ग्रामीण महिलाओं की आजीविका सुदृढ़ करने पर दिया जोर
कार्यशाला के दौरान बताया गया कि स्व-सहायता समूहों की महिलाएँ निर्धारित समय सीमा में खेतों पर पौधरोपण करेंगी। पौधों की सुरक्षा के लिए 2 मीटर ऊँची तार फेंसिंग लगाई जाएगी, जिसमें आरसीसी पोल का उपयोग अनिवार्य रहेगा। साथ ही 3 से 4 फीट ऊँचे कलमी पौधे रोपने के निर्देश भी प्रदान किए गए। अधिकारियों ने कहा कि यह परियोजना न केवल पर्यावरण संरक्षण में सहायक होगी, बल्कि महिलाओं की आर्थिक स्थिति और स्वावलंबन क्षमता भी मजबूत करेगी। कार्यक्रम में मुख्य कार्यपालन अधिकारी दिनेश शाक्य, सहायक यंत्री राजेन्द्र शर्मा, एपीओ सूबोध दीक्षित, आजीविका मिशन ब्लॉक मैनेजर संजय सिंह चौहान सहित रामसुशील तिवारी, राजकुमार राठोर, आशीष चतुर्वेदी, अमित बंसल, सब इंजीनियर धर्मेन्द्र शर्मा, हेमन्त पूरी, प्रवेश, हेमांशु त्यागी, दिलीप गर्ग, आदित्य सेंगर तथा कृषि सखी रेखा, वंदना, अंजना, सुनीता, सीमा, पिंकी, अंगूरी, सुनील लोधी, अशोक चंदेल सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे। कार्यशाला में स्व-सहायता समूहों की लगभग 80 महिलाएँ तथा विभिन्न ग्राम पंचायतों के सचिव और सहायक भी उपस्थित रहे।








