शिवपुरी । विश्व सप्ताह स्तनपान के छटवे दिन स्वयं सेवी संस्था शक्तिशाली महिला संगठन , महिला बाल विकास विभाग एवं बिट्रानिया न्यूट्रीशन फाण्डेशन द्वारा संयुक्त रुप से आदिवासी वस्ती बड़ोदी एवं शहरी क्षेत्र की अति पिछड़ी वस्ती मनियर में पहुंचकर स्वयं सेवी संस्था शक्त्शिाली महिला संगठन की कार्डिनेटर पूजा शर्मा के नेतृत्व में सुपोषण सखी एवं आगंनवाड़ी कार्यकर्ता ने गर्भवती व धात्री माताओ के घर जाकर स्तनपान का महत्व एवं उससे जुड़ी भ्रातियों एवं भ्रमो को दूर किया । गर्भवती माताओं को तीन बाते मुख्य रुप से बताई गई जिसमें कि मां का पहला पीला गाढ़ा दूध जन्म के तुरन्त बाद बच्चे को पिलाना चाहिए जो की बच्चे की इम्यूनिटि बढ़ाकर उसे तंदुरुस्त बनाता है और कई जानलेबा बीमारियों से बचाता है।
दुसरी बात 6 माह तक केवल स्तनपान इसके अलाबा उपर से कुछ भी नही पानी या घुटटी या शहद कुछ भी नही देना हैं एवं तीसरी बात 6 माह के बाद स्तनपान जारी रखते हुए पूरक पोषण आहार बच्चे को मिलना चाहिए जिससे कि बच्चे की बृद्धि सही तरीके से हो एवं बच्चे का दिमाग जिसका कि विकास 2 साल की उम्र तक हो जाता है वह अच्छे से हो सके। अंजली रावत धात्री माता मनियर को अपने 1 माह के बच्चे के बारे मे सुपोषण सखी से सबाल किया कि बच्चे को दूध पिलाती हूं फिर भी उसका पेट नही भरता इस पर सुपोषण सखी एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ता श्रीमती पुष्पा राठौर ने धात्री माता को परामर्श देते हुए बताया कि आप अपने बच्चे को आरामदायक पोजीशन में बैठकर स्तनपान कराए कोशिश करे एवं पूरा ध्यान अपने बच्चे पर करें और सही तरीके से बच्चे को गोदी में लेकर स्तनपान करें तो आपका बच्चा आसानी से दूध पी पाएगा एवं उसको पचेगा भी इसके साथ साथ मां अपने खान पान का विशेष ध्यान रखे। अन्त में एक बार फिर पहले पीले गाढा दूध अमृत के बराबर होता है उसको दोहराया एवं बोतल ने कभी दूध न पिलाने तथा 6 माह के बच्चे को मां के दूध के अलाबा बाहर का कोई भी पेय पदार्थ न दें । इस डोर टू डोर परामर्श अभियान में आज गर्भवती व धात्री माताओ को परामर्श देने में सुपोषण सखी , श्रीमती पुष्पा राठौर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता , सहायिका एवं पूजा शर्मा ने सक्रिय भूमिका अदा की।