सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोलारस, नरवर सहित 45 संस्थानों पर लगे स्वास्थ्य शिविर – 626 रोगियों ने कराया उपचार, 18 यूनिट रक्तदान
शिवपुरी-स्वस्थ नारी–सशक्त परिवार अभियान के अंतर्गत आज गुरुवार को तहसील कोलारस एवं नरवर में विशेष स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया गया। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोलारस एवं नरवर सहित कुल 45 स्वास्थ्य संस्थाओं में लगे इन शिविरों में 626 रोगियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया तथा 18 यूनिट रक्त एकत्रित हुआ। शिविरों में आयुष्मान कार्ड भी बनाए गए।शिविरों में दंत रोग, मेडिसिन, क्षय रोग, मानसिक रोग, अस्थि रोग, स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञों द्वारा रोगियों का परीक्षण किया गया और नि:शुल्क दवाओं का वितरण किया गया। साथ ही पैथोलॉजी, अल्ट्रासाउंड, बीपी एवं शुगर जांच जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध कराई गईं।
कोलारस शिविर
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोलारस में आयोजित शिविर में 370 रोगियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया एवं 18 यूनिट रक्त एकत्र हुआ। इस अवसर पर वरिष्ठ चिकित्सकों द्वारा सेवाएं दी गईं। इनमें डॉ. देबाशीष चक्रवर्ती (वरिष्ठ टीबी एवं चेस्ट रोग विशेषज्ञ), डॉ. दीपक मेहता (कनिष्ठ मेडिसिन विशेषज्ञ), डॉ. राकेश (कनिष्ठ नेत्र रोग विशेषज्ञ), डॉ. चेतन व्यास (कनिष्ठ अस्थि रोग विशेषज्ञ), डॉ. उमेश (कनिष्ठ ईएनटी विशेषज्ञ) एवं डॉ. अनूप गर्ग (बाल रोग विशेषज्ञ) शामिल रहे। रक्तदान करने वालों में गोलू गुर्जर, योगेश अग्रवाल, संजय राठौर, सचिन जैन, योगेश रघुवंशी, दीपक चौबे, नवल सौलंकी, बलवीर निवौरिया, रूद्धांक्ष गौण, पंकज सिंह धाकड़, महावीर वर्मा, दिनेश झा, सुमिरन यादव, विवेक व्यास, प्रियंका व्यास, बृजेश बाथम एवं अर्जुन शास्त्री शामिल रहे।
नरवर शिविर
इसी प्रकार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नरवर में आयोजित विशेष स्वास्थ्य शिविर का शुभारंभ करैरा विधायक रमेश प्रसाद खटीक एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा किया गया। इस शिविर में 256 रोगियों का परीक्षण किया गया। नरवर शिविर में विभिन्न रोग विशेषज्ञों द्वारा सेवाएं दी गईं। इनमें डॉ. गोविंद रावत (दंत रोग), डॉ. मोना गुप्ता (स्त्री रोग), डॉ. एस. के. पिप्पल (मेडिसिन), डॉ. गिरिश चतुर्वेदी (नेत्र रोग), डॉ. मीनाक्षी गर्ग (ईएनटी रोग), डॉ. रविन्द्र सिंह सोलंकी (अस्थि रोग), डॉ. योगेन्द्र सिंह रघुवंशी (मानसिक रोग), डॉ. संतोष पाठक (शिशु रोग) एवं डॉ. सुधीर गोयल (श्वास एवं क्षय रोग) ने रोगियों का उपचार किया।







