एक पंखा पूर्वजों के नाम अभियान के दौरान पंखा प्रदान करते दानदाता एवं कार्यक्रम को संबोधित करते डीपीसी।
-खनियांधाना बीआरसीसी की टीम ने "एक पंखा पूर्वजों के नाम" अभियान से चलाई थी मुहिम,मिल रही सराहना
शिवपुरी। कहते हैं जहां चाह वहां रहा... सरकारी स्कूलों में अपेक्षित संसाधनों की कमी और बजट का अभाव रहता है, लेकिन खनियांधाना बीआरसीसी संजय भदौरिया और उनकी टीम में शामिल राजेश देव पाण्डेय व आरून खान ने पूर्वजों के प्रति श्रद्धा के भाव को स्कूलों में उपहार के नवाचार का अनोखा रूप दे डाला। हाल ही में संपन्न हुए श्राद्ध पक्ष के दौरान इस टीम ने सरकारी स्कूलों के नौनिहालों को उमस भरी गर्मी में ठंडी हवा मिल सके इसके लिए सरकारी बजट के भरोसे रहने की बजाय सामाजिक सरोकार के नवाचार से तस्वीर बदलने की पहल की है। उन्होंने श्राद्ध पक्ष में एक पंखा पूर्वजों के नाम अभियान की शुरूआत की और लोगों की पूर्वजों के प्रति श्रद्धा के माध्यम से महज चंद दिनों में 36 पंखे उपहार के रूप में प्राप्त कर लिए। जल्द ही यह पंखे सरकारी स्कूल के कक्षों में नौनिहालों को शीतलता प्रदान करते नजर आएंगे। इस अनूठी पहल की चारों तरफ प्रशंसा हो रही है और अभियान के अंतिम दिवस डीपीसी दफेदार सिंह सिकरवार ने उपहार के इस नवाचार की सराहना करते हुए कहा कि यह एक अनूठा अभियान है। इससे आम लोगों में भी स्कूलों व वहां के बच्चों के प्रति लगाव एवं जिम्मेदारी का भाव प्रबल होगा व अन्य लोग भी प्रेरणा लेंगे। इधर कलेक्टर रवीन्द्र कुमार चौधरी व सीईओ जिला पंचायत हिमांशु जैन ने भी इस अभियान की प्रशंसा करते हुए अपेक्षा की है कि अन्य विकासखण्डों में भी अधिकारी व आम लोग प्रेरित होंगे।