गुना/अशोकनगर/शिवपुरी। अतिवृष्टि से उत्पन्न भीषण बाढ़ की स्थिति पर केंद्रीय संचार और उत्तर-पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्री व स्थानीय सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गंभीर संज्ञान लेते हुए राहत एवं बचाव कार्यों को तीव्र गति दी है। मंगलवार देर शाम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उन्होंने गुना, अशोकनगर और शिवपुरी जिलों के कलेक्टरों से विस्तृत जानकारी ली।
सिंधिया के निर्देश के बाद प्रभावित क्षेत्रों में फंसे नागरिकों को बचाने के लिए एयरलिफ्ट ऑपरेशन की तैयारी तेज़ हो गई है। अशोकनगर जिले के लिथोरा, म्याना और शिवपुरी के बदरवास व कोलारस में राहत कार्य पूरी रात युद्धस्तर पर चले।
वायुसेना और रक्षा मंत्रालय के साथ सीधा समन्वय
सिंधिया ने राहत कार्यों को प्रभावी बनाने के लिए रक्षा मंत्री, एयर वाइस मार्शल विक्रम गौड़ और एओसी मनीष शर्मा से चर्चा कर समन्वय सुनिश्चित किया। वे लगातार गृह मंत्रालय, भारतीय वायुसेना और जिला प्रशासन के संपर्क में हैं। मुख्यमंत्री मोहन यादव से भी स्थिति की निरंतर जानकारी साझा की जा रही है।
हर पीड़ित मेरे परिवार का हिस्सा
सिंधिया ने कहा— "बाढ़ प्रभावित हर नागरिक मेरे लिए परिवार का हिस्सा है। यह संकट केवल प्राकृतिक आपदा नहीं, बल्कि मानवता की परीक्षा है। मैं सांसद के रूप में नहीं, एक परिजन के रूप में हर पीड़ित के साथ हूं।" उन्होंने आश्वासन दिया कि हर जरूरतमंद तक राहत सामग्री, भोजन, चिकित्सा और पेयजल पहुंचाने के लिए प्रशासन से लगातार समन्वय किया जा रहा है।
रेस्क्यू ऑपरेशन में प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद
प्रभावित क्षेत्रों में जिला प्रशासन, पुलिस, होमगार्ड और स्थानीय बचाव दलों की संयुक्त टीमों ने बाढ़ में फंसे नागरिकों और मवेशियों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया। राहत और बचाव कार्यों में सभी विभागों ने अनुकरणीय तत्परता दिखाई। बाढ़ नियंत्रण पर केंद्र और राज्य सरकार की पैनी नजर बनी हुई है। राहत कार्यों को सुचारू और सशक्त बनाने के लिए दोनों सरकारें पूरी प्रतिबद्धता से जुटी हुई हैं।








