- काउंसलिंग से पहले आपत्तियों के निराकरण की मांग को लेकर मंगलवार को सौंपेगा जिला शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन
शिवपुरी। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा बिना दावे आपत्ति लिए सीधे अतिशेष शिक्षकों की काउंसलिंग द्वारा पदस्थापना के आदेश जारी कर दिए गए हैं जबकि विभाग द्वारा जारी अतिशेष शिक्षकों की सूची में कई विसंगतियां सामने आई हैं। पिछले 54 वर्षों से शिक्षकों के हित में कार्य करने वाले संगठन मप्र शिक्षक संघ ने इसे लेकर कठोर आपत्ति जताई है। मप्र शिक्षक संघ के कार्यकारी जिलाध्यक्ष वत्सराज सिंह राठौड़ का कहना है कि अतिशेष शिक्षकों की काउंसलिंग और पदस्थापना से पूर्व विभाग को सूची में सामने आई विसंगतियों को लेकर दावे आपत्ति लिए जाने चाहिए और उनके निराकरण के बाद ही काउंसलिंग के जरिए अतिशेष शिक्षकों की पदस्थापना की जाए। मप्र शिक्षक संघ की शिवपुरी इकाई सैंकड़ों शिक्षकों से जुड़े इस गंभीर मामले को लेकर मंगलवार शाम 4.30 बजे जिला शिक्षा अधिकारी समरसिंह राठौड़ को ज्ञापन सौंपेगा और मांग रखेगा कि आपत्तियों के निराकरण के बाद ही काउंसलिंग की जाए।
मप्र शिक्षक संघ के जिला मीडिया प्रभारी नीरज सरैया ने बताया कि पिछले तीन वर्षों में पद रिक्त न होने के बावजूद भी पोर्टल पर रिक्त पद दर्शाकर लगातार स्थानांतरण व नवीन भर्ती विद्यालयों में की जाती रही जिससे पूर्व से पदस्थ शिक्षकों को अतिशेष की स्थिति का सामना करना पड़ रहा है। पूर्व में संस्था में सबसे बाद में पदस्थ होने वाले शिक्षक को अतिशेष माना जाता था, वही नियम इस बार की अतिशेष शिक्षकों की पदस्थापना में लागू किया जाए, साथ ही अतिशेष का मापदण्ड शैक्षणिक सत्र 2024-25 में विद्यालय में दर्ज छात्र संख्या के आधार पर किया जाना उचित होगा। विभाग द्वारा फिलहाल जो अतिशेष शिक्षकों की सूची जारी की गई है उसमें कई विसंगतियां हैं। कहीं वरिष्ठ को तो कहीं कनिष्ठ शिक्षक को अतिशेष बताया गया है। इसके अलावा कई शिक्षकों के विषय भी पोर्टल पर गलत प्रदर्शित किए गए हैं जिससे अतिशेष न होने के बावजूद शिक्षकों के नाम इस त्रुटि के कारण अतिशेष की श्रेणी में आ गए हैं। इन सभी बिंदुओं को लेकर शिक्षक संघ मंगलवार को ज्ञापन सौंपेगा, वहीं प्रांतीय स्तर पर भी इस महत्वपूर्ण मामले को लेकर संगठन आवाज उठाएगा। मप्र शिक्षक संघ के संगठन मंत्री सुशील अग्रवाल, उपाध्यक्ष संतोष शर्मा सहित अनिल गुप्ता, पंकज भार्गव, नरेश भार्गव, गोपाल जैमिनी, राजेश सेन, महेश वर्मा, संतोष गुप्ता, केशव शर्मा, अनिल निगम आदि ने ज्ञापन में उपस्थित होने की अपील सभी शिक्षकों से की है।