गांव की छोटी समस्याओं का आपसी समन्वय से निदान करावें
शिवपुरी। महिला एवं बालिका हिंसा को रोकने तथा सामाजिक कुरीतियों को मिटाने के लिये आंगनवाड़ी केंद्रों पर गठित शौर्यादल के सदस्यों को घरेलू हिंसा एवं पारिवारिक विवाद की समस्याओं का निराकरण आपसी समन्वय के माध्यम से गांव में ही कर लेना चाहिये।इससे लोगों का समय और धन दोनों की बचत होगी।यह सुझाव सुभाषपुरा में आयोजित शौर्यादल कार्यकर्ताओं को महिला एवं बाल विकास विभाग के सामाजिक कार्यकर्ता जीतेश जेन ने दिया। उन्होंने कहा कि महिलाओं और बच्चों के लिये संचालित शासन की योजनाओं और कानूनों का गांव में पर्याप्त प्रचार प्रसार करें तथा जरूरतमंद व्यक्तियों को लाभ दिलाने में भी मदद करें।गांव में कई ऐसे जरूरतमंद व्यक्ति होते है,जिन्हें जानकारी के अभाव में शासन की योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाता।हमें सबकी भलाई के लिये मिलकर काम करना है। सेक्टर सुपरवाइजर आरती जैन ने कहा कि गांव के सभी बालक बालिकाओं को शिक्षा मिले इसके लिये भी प्रयास करें।कोई भी बालक बालिका शिक्षा से बंचित न रहे।शाला त्यागी एवं अप्रवेशी बालिकाओं पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है।उन्हेंने विभाग की प्रधानमंत्री मातृ बंदना योजना तथा स्तनपान के सम्बंध में भी विस्तार से जानकारी दी।