केदार सिंह गोलिया शिवपुरी। विश्व पर्यावरण दिवस 2025 के अवसर पर ग्राम बासखेड़ी में 'जीरो प्लास्टिक विलेज' पहल की शुरुआत की गई। पर्यावरण संरक्षण और सतत जीवनशैली को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित इस कार्यक्रम में ग्रामीणों, विशेष रूप से महिलाओं और बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
कार्यक्रम का आयोजन महिला संगठन संवेदना ए सोसाइटी फॉर ग्लोबल कंसर्न और जिला प्रशासन शिवपुरी के संयुक्त तत्वावधान में किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में महेन्द्र कुमार जैन, अपर मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत शिवपुरी उपस्थित रहे। विशिष्ट अतिथियों में डी. एस. जादौन, आजीविका मिशन के जिला परियोजना अधिकारी डॉ. अरविंद भार्गव, जिला कार्यक्रम अधिकारी (महिला एवं बाल विकास), सत्यमूर्ति मंडे, जिला समन्वयक (स्वच्छ भारत मिशन 2.0) सहित अन्य अधिकारीगण शामिल हुए।
कार्यक्रम की शुरुआत वृक्षारोपण से हुई, जिसमें पौधे गाँव के बच्चों के नाम से लगाए गए। इस पहल से बच्चों में पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी का भाव जागृत हुआ। इसके अलावा 150 से अधिक कपड़े के थैले महिलाओं को वितरित किए गए ताकि प्लास्टिक के उपयोग को रोका जा सके। अन्नपूर्णा स्वयं सहायता समूह द्वारा बनाए गए बांस के डस्टबिन गाँव को भेंट किए गए, जो ठोस अपशिष्ट प्रबंधन में सहायक होंगे। साथ ही, पोषण और प्राकृतिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए सहजन की हर्बल चाय का वितरण भी किया गया।प्लास्टिक मुक्त ग्राम विषय पर संवाद सत्र में विशेषज्ञों ने प्लास्टिक प्रदूषण के दुष्परिणामों पर चर्चा करते हुए स्वच्छता और सतत पर्यावरणीय व्यवहार को अपनाने की आवश्यकता पर बल दिया।
मुख्य अतिथि महेन्द्र जैन ने कहा, जब समाज की अगुवाई महिलाएँ और बच्चे करते हैं, तो बदलाव स्थायी और प्रेरणादायक बनता है। संवेदना संस्था की ओर से रवि गोयल ने कहा, सामुदायिक नेतृत्व से ही स्थायी परिवर्तन की शुरुआत होती है। प्लास्टिक मुक्त ग्राम केवल एक लक्ष्य नहीं, एक आंदोलन है। कार्यक्रम में ग्रामवासियों, बच्चों, महिला समूहों और पंचायत प्रतिनिधियों की उल्लेखनीय भागीदारी रही। हर गतिविधि सामुदायिक जागरूकता और जिम्मेदारी का प्रतीक बनी।