शिवपुरी- शहर के गीता पब्लिक स्कूल की स्कूल डायरी को भारत सरकार के बौद्धिक संपदा अधिकार अधिनियम के तहत कॉपीराइट की अनुमति प्राप्त हो गई है। यह डायरी विद्यार्थियों, टीचर्स और पेरेंट्स के बीच एक प्रभावी संचार माध्यम बनकर उभरी है, जिससे विद्यार्थियों की सुरक्षा और पढ़ाई पर निगरानी को और अधिक प्रभावी बनाया गया है।
इस डायरी की सबसे खास विशेषता इसका CW (Classwork) और HW (Homework) डिवीजन है, जिसमें एक ओर कक्षा में पढ़ाए गए विषयों की जानकारी दी जाती है और दूसरी ओर विद्यार्थियों को दिए गए गृहकार्य का उल्लेख किया जाता है। इससे पेरेंट्स को भी स्कूल की डेली स्टडी की स्पष्ट जानकारी मिलती रहती है, जिससे वे अपने बच्चों की पढ़ाई में और अधिक सहयोग कर सकते हैं।
डायरी में विद्यार्थी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पेरेंट्स द्वारा अधिकृत व्यक्ति की जानकारी भी शामिल की गई है, ताकि आपात स्थिति में शिक्षक तुरंत पहचान कर सकें कि विद्यार्थी को कौन लेकर जा सकता है। इसके अलावा, इसमें वीकली चेकिंग रिपोर्ट, संक्षिप्त लेखन (एब्रीविएशन्स) की सुविधा, और मिरर पेज ("I want to become") जैसे अनूठे फीचर्स शामिल किए गए हैं।
डायरी के अंतिम पृष्ठ पर विद्यार्थियों को प्रेरित करने के लिए एक विशेष उद्धरण दिया गया है—
"यह मानुष-जीवन फिर न मिलेगा, इसलिए किसी मनुष्य की जो भी भलाई मैं कर सकता हूँ, वह मुझे अभी करनी चाहिए..."
इस उपलब्धि पर विद्यालय के निदेशक पवन कुमार शर्मा ने विद्यालय अध्यक्ष बृजेश कुमार शर्मा, गिर्राज शर्मा, एकेडमिक हेड हरविंदर कौर, अकाउंट हेड शबाना खान, टेक्निकल हेड सुखविंदर सिंह सोहल, एक्टिविटी हेड लक्ष्मी ठाकुर सहित संपूर्ण विद्यालय परिवार को हार्दिक बधाई दी।
भारत सरकार से कॉपीराइट प्राप्त यह स्कूल डायरी न केवल विद्यार्थियों के अनुशासन और सुरक्षा को सुनिश्चित करेगी, बल्कि पेरेंट्स और टीचर्स के बीच बेहतर कम्युनिकेशन का माध्यम भी बनेगी।