एक दिवसीय सामूहिक अवकाश पर रहे जिलेभर के सीएचओ, पहुंचे CMHO कार्यालय, सौंपा ज्ञापन
केदार सिंह गोलिया, 7999366077
शिवपुरी। ग्रामीण स्तर पर छोटी-मोटी बीमारियों से लोगों को जूझना न पड़े इसके लिए शासन द्वारा सामुदायिक उपवास्थ्य अधिकारियों की भर्ती की गई। जिन पर ग्रामवासियों को प्राथमिक उपचार एवं 12 प्रकार की स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने की जिम्मेदारी सौंपी गई। सीएचओ ने आरोप लगाए कि शिवपुरी जिले में स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदारों द्वारा उनसे उनके मूल कार्यों से हटाकर आयुष्मान बनवाने का काम कराया जा रहा है जो कि ग्राम पंचायत के रोजगार सहायक सहित अन्य के द्वारा किया जाना है। इसी के विरोध में जिले भर के लगभग दो सैंकडा स्वास्थ्य केंद्रों पर तैनात सीएचमओ एक दिवसीय सामूहिक हड़ताल पर रहे और नहीं चलेगी, नहीं चलेगी तानाशाही नहीं चलेगी...जैसे नारों के साथ सीएमएचओ कार्यालय पहुंचे और अपनी मांगों के साथ में ज्ञापन दिया।
उल्लेखनीय है कि उपस्वास्थ्य केंद्रों पर तैनात 196 सीएचओ ने सोमवार को सामूहिक अवकाश पर रहते हुए कलेक्टर और सीएमएचओ के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में उल्लेख किया गया कि समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों की पद स्थापना उप स्वास्थ्य केंद्र स्तर पर ग्राम वासियों को प्राथमिक उपचार एवं 12 प्रकार की स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने हेतु की गई है। इसके अलावा उनका मासिक वेतन भुगतान भी दो भागों में मूल वेतन एवं प्रोत्साहन राशि 15000 जो की कुल वेतन का 37 प्रतिशत भाग है के रूप में दिया जाता है। सीएचओ का कहना है कि इसके बाबजूद सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों को अपने मूल कार्यों से हटाकर प्रधानमंत्री जनमन कार्यक्रम अंतर्गत पीवीटीजी के आयुष्मान कार्ड बनाए जाने के कार्यक्रम में लगा रखा है। जबकि आयुष्मान भारत निरामय मध्य प्रदेश एवं मिशन संचालक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन मध्य प्रदेश, के पत्रानुसार आयुष्मान कार्ड बनाने हेतु ग्राम रोजगार सहायकों एवं आशा कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता स्व सहायता समूह के सदस्य, उचित मूल्य की दुकान के धारक को अधिकृत किया गया है। आयुष्मान भारत निरामय मध्य प्रदेश द्वारा आयुष्मान कार्ड बनाने हेतु ग्राम रोजगार सहायकों एवं आशा कार्यकर्ता को ई-केवाईसी हेतु प्रोत्साहन राशि मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत के खातों में आवंटित भी की गई है।
ग्राम रोजगार सहायक दर्शाकर बनवा रहे हैं आयुष्मान कार्ड
सीएचमओ ने बताया कि आयुष्मान कार्ड बनाने हेतु सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी को ग्राम रोजगार सहायक दर्शाकर आईडी बनाई गई है। स्वास्थ्य अधिकारियों से स्वास्थ्य सेवाएं न लेकर ग्राम रोजगार सहायक का कार्य करवाया जा रहा है जो की पूर्णता नियम विरुद्ध है। उनका कहना है कि भारत सरकार एवं मध्य प्रदेश सरकार की आपरेशन गाइडलाइन अनुसार सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी की पदस्थापना उप स्वास्थ्य केंद्र स्तर पर टीम लीडर के रूप में की गई है, किंतु ब्लाक एवं जिला स्तर से सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों को टीम लीडर के रूप में स्थापित करने हेतु किसी भी प्रकार का सहयोग प्राप्त नहीं होता है साथ ही एएनएम और आशा के कार्य के लिए भी बीपी एमयू यूनिट से सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी पर ही दबाव बनाया जाता है।
फर्जी ओपीडी एवं दैनिक ऑनलाईन कार्यों का भी दबाव बनाने का आरोप
शिवपुरी जिले के समस्त रिक्त उप स्वास्थ्य केंद्र का प्रभार देकर वहां की फर्जी दैनिक ओपीडी एवं अन्य फर्जी दैनिक आनलाइन रिपोर्टिंग करने का भी दबाव सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों पर बनाया जा रहा है। उनके अनुसार पीएम जनमन कार्यक्रम अंतर्गत आदिवासी जनजाति समुदाय के आयुष्मान कार्ड बनाने के अभियान में हम समस्त सामुदायिक अधिकारियों द्वारा पूर्ण निष्ठा एवं ईमानदारी से सहयोग किया गया है, किंतु हमसे स्वास्थ्य सेवाएं प्रदाय की का कार्य न लिया जाकर निरंतर आयुष्मान कार्ड बनाने में लगाया हुआ है जिससे हमें आर्थिक हानी का सामना करना पड़ रहा है। उप स्वास्थ्य केंद्र टीम के अन्य सदस्य के कार्य में कमी के चलते भी उप स्वास्थ्य केंद्र की कमी का साप्ताहिक अवकाश का लाभ दिया जा रहा है। सीएचओ ने समस्याओं के निराकरण की मांग की है।