छोटे भाई को बचाने के प्रयास में बड़े की भी जान गई
शिवपुरी। भौंती थाना क्षेत्र के मनपुरा गांव में कल एक खुले कुए में डूबने से दो सगे भाईयों की मौत हो गई। मृतकों की उम्र महज 5 वर्ष और 10 वर्ष थी। बताया जाता है कि जब छोटा भाई कुए में डूबने लगा तो बड़े भाई ने हाथ पकड़कर उसे बचाने की कोशिश की। लेकिन इस प्रयास में वह भी कुए में गिर गया और उसकी भी डूबकर मौत हो गई। मृतकों में से एक की कुए में और दूसरे की इलाज के लिए शिवपुरी लाते वक्त मौत हुई। दो बच्चों की मौत से गांव में शोक का माहौल व्याप्त है।
बच्चों के पिता संजय कुमार ने बताया कि उसके 4 बेटे हैं, जिसमें से तीन बेटे बकरियों चराने के लिए गए हुए थे। बकरी चराते वक्त रास्ते में उन्हें प्यास लगी तो वहां पर वह कपिल श्रीवास्तव के खेत में बने कुए पर पानी पीने के लिए चले गए। जब बच्चे पानी पी रहे थे, तो 5 वर्षीय नायव वंशकार कुए में गिर पड़ा। उसे बचाने के लिए दूसरे बेटे सनी वंशकार उम्र 10 वर्ष ने अपना हाथ दिया तो वह भी नायब को नहीं बचा सका और वह भी कुए में गिर गया। दोनों बच्चों को तैरना नहीं आता था और वे पानी में डूब गए।
तीसरे भाई ने भागकर दी घटना की जानकारी
इस दौरान वहां मौजूद सबसे छोटे बेटे ने अपने दोनों भाईयों को गिरते देख लिया और वह भागकर गांव की और आया और उसने पूरी घटना की जानकारी गांव वालों को दी। इसके बाद परिजन और ग्रामीण मौके पर पहुंचे। लेकिन तब तक नायब की डूबने से मौत हो गई थी। उसे मनपुरा स्वास्थ्य केन्द्र पर लाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सनी को जब बाहर निकाला तो उसकी सांसे चल रही थीं। उसके परिजन उसे इलाज के लिए शिवपुुरी जिला अस्पताल लेकर आ रहे थे। लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। जब चिकित्सालय सनी को लेकर परिजन पहुंचे तो डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बेटों की मौत से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
कलेक्टर के आदेश का होता पालन तो नहीं होता हृदय विदारक हादसा
पूर्व कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह ने सभी जगहों पर खुले कुए और बाबडिंयों को बंद करने का आदेश जारी किया था। उन्होंने सख्त आदेश दिया था कि यदि कहीं कुआ खुला हुआ मिला तो संबंधित शासकीय कर्मचारी पर कार्रवाई की जाएगी। हालांकि इस आदेश में निजी कुए को लेकर कोई स्पष्ट उल्लेख नहीं था। यदि इन आदेशों को समूचित पालन होता और कुआ मालिक अपने कुओं को कवर करके रखते तो यह हृदयाविदारक हादसा नहीं होता।
इनका कहना है-
कुओ या बाबड़ी को खुला नहीं छोड़ा जाना चाहिए। यदि इस मामले में किसी की लापरवाही है तो उसे दिखवाते हैं और कार्रवाई करेंगे। कुओं पर सुरक्षा के सख्त इंतजाम कराएं जाएं।
रविंद्र कुमार चौधरी, कलेक्टर शिवपुरी







