कोलारस में भाजपा की जीत में सहयोगी बनी बसपा, लेकिन बसपा की मजबूती के बाद भी भाजपा को पोहरी और करैरा में नहीं मिला फायदा
शिवपुरी। शिवपुरी जिले की पांच सीटों के परिणाम देखने से स्पष्ट होता है कि यहां कांग्रेस और भाजपा के अलावा तीसरी शक्ति के रूप में बसपा ने इस चुनाव में अपना प्रदर्शन किया है। हालांकि बहुजन समाज पार्टी पांच सीटों मेे से किसी भी सीट पर जीत हांसिल नहीं कर पाई लेकिन पोहरी में वह दूसरे स्थान पर रही तथा उसने भाजपा प्रत्याशी को तीसरे स्थान पर धकेल दिया। करैरा विधानसभा क्षेत्र में भी बसपा प्रत्याशी प्रागीलाल जाटव ने 40 हजार से अधिक मत प्राप्त किए जबकि पराजित भाजपा प्रत्याशी 49 हजार मत प्राप्त कर सके। शिवपुरी में बसपा प्रत्याशी ईरशाद राईन ने 13 हजार से अधिक मत प्राप्त किए लेकिन यहां कांग्रेस और भाजपा प्रत्याशी के मतों के प्रतिशत में इतना अधिक अंतर था कि बसपा के प्रदर्शन का कोई प्रभाव भाजपा प्रत्याशी की जीत पर नहीं पड़ा। लेकिन कोलारस विधानसभा क्षेत्र में बसपा प्रत्याशी अशोक शर्मा द्वारा 15 हजार मत हांसिल करने के कारण कांग्रेस प्रत्याशी महेंद्र यादव 720 मतों से भाजपा प्रत्याशी वीरेंद्र रघुवंशी से हार गए। पिछोर विधानसभा क्षेत्र में भी बसपा जीत हार मेें निर्णायक भूमिका नहीं निभा सकी।
पोहरी विधानसभा क्षेत्र में 2008 में भी बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी हरिबल्लभ शुक्ला ने दूसरा स्थान प्राप्त किया था। 2013 में पोहरी में बसपा ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। लेकिन खास बात यह थी कि 2008 और 2013 दोनों चुनावों में बसपा का मत प्रतिशत 22 प्रतिशत रहा। परंतु 2018 के विधानसभा चुनाव में बसपा के मत प्रतिशत में 10 प्रतिशत से अधिक की बढोत्तरी हुई। इस चुनाव में बसपा प्रत्याशी कैलाश कुशवाह को 32.22 प्रतिशत मत के साथ 52736 मत मिले। लेकिन इसके बाद भी बसपा प्रत्याशी कैलाश कुशवाह न तो जीत पाए और न ही भाजपा प्रत्याशी प्रहलाद भारती को जिता पाए। कांग्रेस और भाजपा प्रत्याशी के बीच मतों का इतना अधिक अंतर था कि बसपा की मजबूती का भी भाजपा को फायदा नहीं मिला और कांग्रेस प्रत्याशी सुरेश राठखेड़ा 8 हजार मतों से चुनाव जीत गए। ठीक यहीं कहानी करैरा में दोहराई गई। करैरा में कांग्रेस और भाजपा के बीच लगभग 10 प्रतिशत मतों का अंतर रहा जिसके कारण बसपा की मजबूती के बावजूद राजकुमार खटीक चुनाव हार गए। यहां कांग्रेस प्रतयाशी जसमंत जाटव को 64201 मत मिले और उनके मतों का प्रतिशत 37.01 रहा। जबकि भाजपा प्रत्याशी राजकुमार खटीक ने 28.47 प्रतिशत मत के साथ 49377 मत प्राप्त किए और लगभग 15 हजार मतों से वह चुनाव हार गए। लेकिन बसपा ने कोलारस में भले ही जीत हांसिल न की हो। लेकिन कांग्रेस प्रत्याशी महेंद्र यादव की हार में अपनी निर्णायक भूमिका अवश्य अदा कर दी। इस विधानसभा क्षेत्र में बसपा ने 9.58 प्रतिशत मतों के साथ 16483 मत प्राप्त किए और कांग्रेस प्रत्याशी महेंद्र यादव सिर्फ 720 मतों से चुनाव हार गए। जबकि आठ माह पहले हुए उपचुनाव में बसपा ने उनके मुकाबले कोई प्रत्याशी नहीं उतारा था, जिस कारण वह 8 हजार मतों से जीते थे।