चालानी कार्यवाही में मस्त नजर आते हैं यातायातकर्मी
शिवपुरी। शिवपुरी में इन दिनों ऑटो चालकों की मनमानी दम से चल रही है। इन ऑटो चालकों की वजह से यात्रियों का काफी परेशानी का सामना करना पड रहा है। जैसे ही शहर माधव चौक चौराहा, गुरूद्वारा रोड़, नीलगर चौराहा, पोहरी बस स्टेण्ड, सहित शहर के व्यस्ततम मार्केट में ऑटो चालक मधुमक्खी की तरह यात्रियों को अपने ऑटो में बिठालने के लिए जोर आजमाइश करते देखे जा सकते हैं। लेकिन इन ऑटो चालकों का न तो कोई किराया का निरधारण हैं और न ही इनका कोई निश्चित स्थान हैं। चाहे जहां, चाहे जब कहीं पर घुस जाते हैं। कभी-कभी तो यह ऑटो चालक सवारियों को बिठालने के लिए हाथापाई तक उतारू हो जाते हैं। जबरजस्ती अपने ऑटो में सवारियों को बिठालने को लेकर कई बार झगड़े भी हो चुके हैं बावजूद इसके यह ऑटो चालक बाज नहीं आते हैं। जिससे यात्रियों का काफी परेशानियों का सामना करना पडता है।
शिवपुरी के पोहरी रोड़ स्थित बस स्टेण्ड व दो वत्ती चौराहे पर आने वाले बसों पर इन ऑटो चालकों का जैसे कब्जा सा हो गया है। जिस तरह मधुमक्खी शहद के छत्ते पर उमड पडती हैं ठीक उसी तरह यह ऑटो चालक भी बसों के आते ही उसके चारों और खड़े हो जाते हैं जिस कारण से यात्री बसों से बाहर नहीं निकल पाते और जबरजस्ती यह ऑटो चालक अपने वाहन में उक्त यात्रियों को बिठाल लेते हैं। एक यात्री को बिठालने को लेकर दो ऑटो चालकों में विवाद हो गया साथ ही उक्त ऑटो चालकों द्वारा सवारी को अपने ऑटो में बिठालने के लिए झूमाझटी भी उनके साथ कथित तौर पर कर डाली गई। यह कोई एक दिन की बात नहीं है ऐसे वाक्य आए दिन इन ऑटो चालकों की मनमानी के चलते होते रहते हैं। जरूरत है कि इनके खिलाफ यातायात विभाग अपना सख्त रवैया अपनाए और ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित करवाये जिससे आम यात्रियों को परेशानी न हो। लेकिन यातायात विभाग इन दिनों स्वयं अपनी चालानी कार्यवाही से ही बाज नहीं आ रहा हैं। उन्हें यातायात पॉइन्टों से क्या लेना देना जैसी चल रही व्यवस्था वैसी ही चलती रहे लेकिन हमें ग्रामीण लोगों के गाड़ियों के चालन ही काटना हैं।
जहां दिखी सवारी वहां लगा दिए ब्रेक
शहर में अपनी मनमर्जी से ऑटो चलाने वाले उक्त ऑटो चालकों की वजह से कई बार सड़क दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। इसका एक और कारण यह है कि इन ऑटो चालकों को जैसे ही रास्ते पर कोई सवारी दिखती है यह बिना कोई यातायात नियम का पालन किए बगैर अपने ऑटो का ब्रेस लगा देते हैं जिससे पीछे आने वाले वाहन इनसे टकरा जाते हैं और दुर्घटना घटित हो जाती है। शहर में अभी तक दर्जनों ऐसे मामले घटित हो चुके हैं। यह ऑटो चालक यातायात के किसी भी नियम की परवाह न करते हुए चाहे जहां अपना ऑटो ले जाते हैं। जिससे आए दिन सडक दुर्घटनाएं घटित होती रहती हैं।
छेड़खानी के लिए आरोपित ऑटो चालक
अपने ऑटो में फुल वॉल्यूम के साथ गाने बजाकर यह ऑटो चालक सडक से गुजरने वाली युवतियों, महिलाओं को अश£ील इशारे करते हुए देखे जा सकते हैं। लेकिन इनके खिलाफ शिकायत न हो पाने के कारण इनके हौंसले दिन व दिन बुलंद होते जा रहे हैं। यह ऑटो चालक ज्यादातर राजेश्वरी रोड व गर्ल्स स्कूल के आस-पास मंडराते हुए देखे जा सकते हैं क्योंकि यहां से निकलने वाली युवतियों की तादात ज्यादा होती है और यह ऑटो चालक पहले से ही अपनी ऑटो खडी कर उसमें फुल वॉल्यूम के साथ गाने बजाकर इनको छेडते हुए देखे जा सकते हैं। इसके अलावा अगर कोई वाहन चालक इनसे ऑव्हरटेक करने की कोशिश करता है तो उक्त ऑटो चालकों द्वारा उन्हें साइड नहीं दी जाती क्योंकि पहली बात तो इनके ऑटो में लगे ऑडियो सिस्टम की आवाज इतनी तेज होती है कि इन्हें किसी भी तरह के हॉर्न की आवाज सुनाई नहीं देती दूसरी यह कि उक्त ऑटो चालक किसी भी अन्य वाहन को अपने से आगे नहीं निकलने देते।