शिवपुरी। जिले के बैराड़ कस्बे में कल एक हैरतअंगेज कारनामा हुआ। ग्वालियर में गर्भवती महिलाओं को डॉक्टरों ने मृत बता दिया और उसके परिजन जब उसे अंतिम संस्कार के लिए ले जा रहे थे तो अचानक उसकी धडकने चलने लगी। इसके बाद आशा से भरे परिजन उसे बैराड़ के अस्पताल लेकर आए लेकिन जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद महिला के परिजन भड़क उठे और उन्हें जैसे तैसे शांत किया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार नंदकिशोर जाटव की पत्नी लक्ष्मी जाटव उम्र 24 वर्ष निवासी ग्राम राजगढ हृदय रोग से पीड़ित थी और उसे 4 माह का गर्भ भी था। उसे इलाज के लिए ग्वालियर के कमलाराजा अस्पताल में भर्ती कराया गया। महिला की जान के खतरे को देखकर डॉक्टरों ने उसका गर्भपात करा दिया। इसके बावजूद उसकी मौत हो गई। महिला को उसके परिजन अंतिम संस्कार के लिए लेकर गाजीगढ आए और जब उसे अंतिम संस्कार के लिए ले जाया जा रहा था, तो अचानक उसकी धड़कने चलने लगी। पल्स चलती देख परिजनों ने मौके पर 108 एम्बूलेंस का बुलाया। परंतु मौके पर ही एम्बूलेंस में मौजूद दीपक शाक्य ने मशीन से पल्स चैक की, तो उसने बताया कि महिला जीवित है। इसके बाद उसे बैराड़ अस्पताल लाया गया। परंतु यहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। यह अजीबोगरीब वाकया चर्चा का विषय बना हुआ है।