- मझेरा की घटना, परिजन सांप को भी कर लाए थे कैद
शिवपुरी। बरसात के मौसम में ग्रामीण क्षेत्रों में सर्पदंश की घटनाएं होना सामान्य सी बात है, लेकिन बड़ी बात सर्पदंश पीडि़त को समय पर उपचार मिलना है। क्योंकि अधिकतर मामलों में परिजन झाडफ़ूंक के चक्कर में समय पर अस्पताल में पीडि़त को लेकर नहीं पहुंच पाते हैं, लेकिन मझेरा के रहने वाले 12 वर्षीय बालक अल्तमस के साथ सुखद यह हुआ कि उसके परिजन सांप के काटने के बाद तुंरत न केवल उसे जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, बल्कि अपने साथ उस सांप को भी पकड़कर ले गए जिसने अल्तमस को काटा था। जिला अस्पताल में पहुंचा पीडि़त की गंभीर हालत को देखते हुए बाल एवं शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. नीता सिंह कौशिक ने तुरंत उपचार शुरू किया। बालक को पीआईसी में दो दिन तक वेंटीलेटर पर रखा। इस दौरान डॉ. नीता सिंह को सहयोगी स्टाफ एवं चिकित्सकों का भी भरपूर साथ मिला। इस दौरान बालक की जरूरत को देखते हुए ब्लड की बोतलें भी चढ़ाई गईं और अंत में सभी के प्रयासों से बालक की सकुशल छुट्टी कर दी। अल्तमस के ठीक होने पर परिजनों ने खुशी जाहिर करते हुए डॉ. नीता सिंह सहित स्टाफ का धन्यवाद देते हुए आभार व्यक्त किया।
कोबरा के काटने पर तुरंत लाएं अस्पताल: डॉ. नीता सिंह
जिला अस्पताल शिवपुरी में बाल एवं शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. नीता सिंह कौशिक ने बताया कि इस तरह के विषैले सांप खासकर कोबरा के काटने पर तुरंत अस्पताल लाना पड़ता है जिससे सर्पदंश से पीडि़त को तुरंत उपचार मिल सके। इस बच्चे की हालत अति गंभीर थी। अटेंडर झोले में सांप लेकर आए थे। बालक को घर में सोते वक्त काट लिया था। लाइट जाने के बाद खिड़की खोलने से सांप अंदर आया और उसने अल्तमस को काट लिया। अब अल्तमस पूरी तरह सुरक्षित और सकुशल है। डॉ. कौशिक ने नागरिकों से अपील की है कि बरसात के दिनों में घरों में उजेला रखें और अगर इस तरह की घटनाएं होती हैं तो तुरंत अस्पताल पहुंचे जिससे ठीक समय पर उपचार मिल सके।