-भजुरिया तालब पर फिर से रोपा पेड़ को
शिवपुरी। शुक्रवार को हुई बारिश और आंधी में फिजिकल क्षेत्र में एक नीम का पेड़ जड़ सहित उखड़ गया। जब इस बात की जानकारी नपाध्यक्ष श्रीमती गायत्री शर्मा को लगी तो उन्होंने जड़ सहित उखड़ कर गिरे नीम के पेड़ को पुन: जीवन देने हेतु एक सार्थक प्रयास कर उसे भुजरिया तालाब पर लगाया गया। नपाध्यक्ष शर्मा ने कहा कि इतने बड़े पेड़ को पलने बडऩे में बहुत समय लगता है यही उद्देश्य लेकर आज पेड़ो वा प्रकृति के प्रति देवतुल्य सम्मान को प्रकट किया।
वाक्य ये था कल पेड़ उखड़ के गिर गया अब पता नही किस कारण से अचानक गिरा वहां से जब खबर मिली तो पेड़ ऐसे कैसे उखड़ता पर ऐसा संदेह उत्पन्न हुआ चलो उखड़ भी गया तो अब क्या, ये विचार मन में आया अचानक फिर मेने नगर पालिका के कर्मचारी छोटेलाल को कॉल कर कहा तुम जाकर पता करो और आसपास के कैमरा में भी दिखवाओ की किसी ने जानबूझकर तो कोई हरकत न कर दी हो, तो वहां सही से कुछ सार्थक नहीं मिल सका, पेड़ वहां से गायब था एक व्यक्ति के घर में पेड़ रखा था जिसकी पत्ती वा टहनी उसने काट ली , मेने कर्मचारी से बुलवाया की पेड़ की जड़ तो नही काटी न, अब उनको बोल दे की पेड़ की जड़ न काटे सुबह हम इसको लगवाएंगे फिर से क्योंकि पेड़ पीक भी रहा था कही कही से और जड़ भी मौजूद थी , एक पेड़ को इतना बड़ा होने में काफी समय लगता है और एक नही जाने कितनी पीढ़ी एक पेड़ हमारे परिवारों की देख लेता है इसलिए हमे पेड़ लगाना तो है ही पर बचाना भी बहुत जरूरी है क्योंकि वह हमारे पूर्वज है देव तुल्य ईश्वर है। नीम को पेड़ को रोपने में नपाध्यक्ष पुत्र रजत शर्मा सहित सहित राजकुमार राठौर और उनके मित्रों की सराहनीय भूमिका रही।