अशफाक आफत 8871534001/केदार करामाती 7999366077
शिवपुरी। 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने ज्योतिरादित्य सिंधिया की अनुशंसा पर करैरा विधानसभा से अपने प्रत्याशी के रूप में जसमंत जाटव को चुनाव मैदान में उतारा था। करैरा की जनता के बीच रहने के बावजूद भी जसमंत ने कभी भी करैरा की जनता के साथ विषम परिस्थितियों में उनका साथ नहीं दिया, परंतु कद्दावर नेता सिंधिया पर भरोसा करके करैरा की भोली-भाली जनता ने जसमंत को अपने मतों से नवाजा और भारी भरकम वोटों से विजय प्राप्त कराई। करैरा क्षेत्र की जनता ने भरोसा करके जिस नेता को विधायक बनाया था उसी ने विश्वासघात करते हुए पार्टी बदल ली। खासबात यह है कि जनता ने जिस पार्टी से जसमंत को विधायक की ताजपोशी कराई उसे छोडऩे से पहले जनता से रायशुमारी करना भी उचित नहीं समझा। गौरतलब है कि इस बात से यह स्पष्ट होता है कि जसमंत की नजरों में करैरा विधानसभा के मतदाताओं के मतों की कोई कीमत नहीं दिखी। आगामी समय में करैरा विधानसभा में होने वाले उपचुनाव में यदि जसमंत जाटव को बीजेपी अपने प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में उतारती है तो जसमंत किस मुंह से जनता के बीच हाथ जोड़कर मत मांगने जाएंगे और अगर गए भी तो क्या जनता उनको फिर अपना मत देकर विजय बनाएंगी या फिर भगवान से ऐसे प्रत्याशी को हराने की कामना करेगी।
शिवपुरी। 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने ज्योतिरादित्य सिंधिया की अनुशंसा पर करैरा विधानसभा से अपने प्रत्याशी के रूप में जसमंत जाटव को चुनाव मैदान में उतारा था। करैरा की जनता के बीच रहने के बावजूद भी जसमंत ने कभी भी करैरा की जनता के साथ विषम परिस्थितियों में उनका साथ नहीं दिया, परंतु कद्दावर नेता सिंधिया पर भरोसा करके करैरा की भोली-भाली जनता ने जसमंत को अपने मतों से नवाजा और भारी भरकम वोटों से विजय प्राप्त कराई। करैरा क्षेत्र की जनता ने भरोसा करके जिस नेता को विधायक बनाया था उसी ने विश्वासघात करते हुए पार्टी बदल ली। खासबात यह है कि जनता ने जिस पार्टी से जसमंत को विधायक की ताजपोशी कराई उसे छोडऩे से पहले जनता से रायशुमारी करना भी उचित नहीं समझा। गौरतलब है कि इस बात से यह स्पष्ट होता है कि जसमंत की नजरों में करैरा विधानसभा के मतदाताओं के मतों की कोई कीमत नहीं दिखी। आगामी समय में करैरा विधानसभा में होने वाले उपचुनाव में यदि जसमंत जाटव को बीजेपी अपने प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में उतारती है तो जसमंत किस मुंह से जनता के बीच हाथ जोड़कर मत मांगने जाएंगे और अगर गए भी तो क्या जनता उनको फिर अपना मत देकर विजय बनाएंगी या फिर भगवान से ऐसे प्रत्याशी को हराने की कामना करेगी।







