शिवपुरी। खेलने और पढ़ने की उम्र में बच्चों का विवाह कर देना, उनके साथ अन्याय करना है। बाल विवाह बच्चों के शारीरिक एवं मानसिक विकास को प्रभावित करता है। कम उम्र में जिम्मेदारियों के बोझ तले दबकर बचपन कमजोर हो जाता है। बालक बालिकाओं को अनेक बीमारियों का सामना करना पड़ता है। यह एक गंभीर सामाजिक बुराई के साथ ही गंभीर अपराध भी है। हम सबको इस बुराई को जड़ से मिटाना होगा। यह सुझाव शासकीय माध्यमिक विद्यालय मारौरा अहीर में बालिकाओं को महिला एवं बाल विकास विभाग के सामाजिक कार्यकर्ता जीतेश जैन ने दिया।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने बालिकाओं को यौन शोषण से बचाव के तरीके बताते हुए कहा कि किसी का व्यवहार, छूना या पीछा करना आपको गलत लगे तो उसकी जानकारी अपने परिजनों को जरूर दो। इन छोटी दिखने वाली बातों को नजरअंदाज नहीं करना है।यदि ऐसी घटनाओं से आप सतर्क नहीं होतीं तो बड़ी समस्या हो सकती है। आपकी खामोशी आपके लिये मुसीबत बन सकती है। इस अवसर पर महिला बाल विकास विभाग के आउटरीच कार्यकर्ता मनीष शर्मा ने भी बालिकाओं को सुरक्षित एवं असुरक्षित स्पर्श एवं बालक बालिकाओं के अधिकारों के सम्बंध में जानकारी देते हुए बच्चों से कहा कि यदि आपकी को समस्या हो तो उसके लिये चाइल्ड लाइन नम्बर1098 पर आप शिकायत दर्ज करा सकते हो। कार्यक्रम में विद्यालय के प्रधानाध्यापक दिनेश कुमार गुप्ता, शिक्षक रामकृष्ण शर्मा एवं दीपक कुमार जैन भी मौजूद थे।







