शिवपुरी। विकासखण्ड पोहरी में परियोजना पोहरी महिला एवं बाल विकास के द्वारा स्तनपान को बढ़वा देने तथा शिशुओं एवं बच्चों के रूग्णता की दर, कुपोषण, शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के उद्देश्य से विश्व स्तनपान सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। यह कार्यक्रम परियोजना पोहरी में 07 अगस्त तक आयोजित किया जाएगा।
परियोजना अधिकारी नीरज गुर्जर ने बताया कि महिलाएं स्तनपान को लेकर जागरूक हों एवं शिशुओं का पूर्ण विकास हो इन्हीं उद्देश्यों की पूर्ति के लिए आँगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सुपरवाइजर द्वारा गर्भवती धात्री महिलाओं को स्तनपान के फायदे व सही स्तनपान के तरीके से अवगत कराया, जहाँ जन्म के तुरंत बाद माँ के पहले स्तनपान के महत्व, 6 माह तक सिर्फ स्तनपान और उसके बाद ऊपरी आहार के साथ माँ के दूध के महत्व को बताया। परियोजना के सभी आंगनवाड़ी केन्द्रों पर महिला चौपाल, रैली, घर- घर भेंट आदि के माध्यम से जागरूक किया जा रहा है। साथ ही बच्चों के सर्वांगीण मानसिक एवं शारीरिक विकास हेतु स्तनपान की महत्ता आदि विषयों पर महत्वपूर्ण जानकारी दी गई। उन्होंने कहा कि बच्चों के सर्वांगीण मानसिक एवं शारीरिक विकास हेतु स्तनपान अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह शिशु मृत्यु दर एवं बाल मृत्यु दर की कमी लाने में सहायक है। साथ ही अजीवन सामाजिक व आर्थिक विकास में सुधार हेतु स्तनपान सबसे पहला पडाव है। स्तनपान से शिशु को आम बीमारियों जैसे दस्त रोग, निमोनिया के खतरे में 11 प्रतिशत से 15 प्रतिशत की कमी लाई जा सकती है। इस दौरान बताया गया कि मां का दूध बच्चों के लिए अमृत के समान है साथ ही उन्होंने महिलाओं से कहा कि बच्चों को दूध अवश्य पिलाएं।