भोपाल। मध्य प्रदेश की राजनीति में लंबे वक्त से जारी उठापटक में अब एक और नया अध्याय जुडऩे जा रहा है। एक बड़े मंथन के बाद आखिरकार आज गुरुवार को शिवराज सिंह चौहान की कैबिनेट का विस्तार होगा। सुबह 11 बजे भोपाल में इस विस्तार में करीब दो दर्जन मंत्री शपथ ले सकते हैं। बता दें कि कांग्रेस की कमलनाथ सरकार गिराने में ज्योतिरादित्य सिंधिया का बड़ा रोल रहा है, उनके करीब 22 समर्थक विधायक भाजपा में आ गए। ऐसे में अब होने वाले मंत्रिमंडल विस्तार में उनके समर्थित कई विधायकों को जगह मिल सकती है। मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले चेहरों को लेकर नाम आखिरकार तय हो गए हैं। लंबी जद्दोजहद के बाद पार्टी ने मंत्रिमंडल के विस्तार को मंजूरी दी है। राजनीतिक सूत्रों की मानें तो मंत्रीमंडल में कुछ नए चेहरों को भी जगह मिल सकती हैं। सूत्रों के हवाले से जो नाम निकलकर सामने आ रहा है वह सिंधिया समर्थक पोहरी से पूर्व विधायक सुरेश धाकड (राठखेड़ा) का है। अपुष्ट सूत्रों की मानें तो श्री राठखेड़ा का मंत्रिमंडल में शामिल होना तय है। अगर ऐसा हुआ तो यह पहला मौका होगा जब मंत्रिमंडल में पोहरी विधानसभा के किसी स्थानीय प्रतिनिधि को मंत्रिमंडल में जगह मिलेगी।
पोहरी समेत जिले को मिलेगी बड़ी सौगात
अगर शिवराज मंत्रिमंडल में सिंधिया समर्थक श्री राठखेड़ा को स्थान मिला तो यह पोहरी समेत जिले के लिए गौरव की बात होगी क्योंकि जिले से अभी तक शिवपुरी विधायक यशोधरा राजे सिंधिया ही केबिनेट मंत्री बनती रही हैं और इस मंत्रिमंडल में भी उनका शपथ लेना तय है। ऐसे में अब यदि श्री राठखेड़ा को भी स्थान मिला तो जिले में दो मंत्रियों का होना बहुत बड़ी गौरव की बात होगी। यहां बता दें कि पोहरी की जनता भी पिछले लंबे समय से मांग कर रही है कि आज तक पोहरी विधानसभा से किसी भी जनप्रतिनिधि को मंत्रिमंडल में स्थान नहीं मिला है इसलिए इस बार मौका है कि श्री राठखेड़ा को शामिल किया जाए। श्री राठखेड़ा के मंत्रिमंडल में शामिल होने से पोहरी विधानसभा में विकास की गंगा बहना तय माना जा रहा है। पोहरी सहित शिवपुरी जिलेवासियों में मंत्रिमंडल के नामों की घोषणा को लेकर उत्सुकता बनी हुई है।
मंत्रिमंडल में सिंधिया समर्थकों का दबदबा!
मंत्रिमंडल में ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थकों का दबदबा रहना तय माना जा रहा है। प्रदेश में कांग्रेस के सत्ता गंवाने के बाद बीजेपी की वापसी पर सिंधिया का बड़ा रोल रहा है। मिनी कैबिनेट में अपने 2 समर्थकों को जगह दिलाने वाले सिंधिया मंत्रिमंडल विस्तार में कम सीटों को लेकर राजी नहीं थे और यही कारण है कि सिंधिया समर्थक चेहरों के साथ कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हुए दिग्गज नेता भी मंत्री पद की दौड़ में शामिल हैं।
सिंधिया समर्थकों इन लोगों को मिल सकता है मंत्री पद
सिंधिया के साथ भाजपा में आने वाले 22 में से 7 से 8 चेहरों को मंत्रिमंडल में जगह मिलना तय माना जा रहा है. जिन ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थकों मंत्रिमंडल में जगह मिलना तय माना जा रहा है, उसमें प्रद्युम्न सिंह तोमर, इमरती देवी, महेंद्र सिंह सिसोदिया, प्रभुराम चौधरी, राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव, एदल सिंह कंसाना, सुरेश राठखेड़ा, बिसाहूलाल सिंह और हरदीप सिंह डंग शामिल हैं. यही नहीं, इसके अलावा कांग्रेस में मंत्री रहे निर्दलीय विधायक प्रदीप जायसवाल भी मंत्री पद की दौड़ में शामिल हैं।
जानें कितने सदस्यों का हो सकता है मंत्रिमंडल
मध्य प्रदेश विधानसभा में कुल 230 सदस्य हैं. इस लिहाज से अधिकतम 35 विधायक मंत्री बनाए जा सकते हैं. शिवराज समेत कुल छह सदस्य अभी कैबिनेट में हैं. इस तरह से 29 मंत्रियों की जगह ही रिक्त है। दरअसल, कैबिनेट विस्तार कई वजहों से रुका हुआ था. एक तो बीजेपी में मंथन चल रहा था, दूसरी ओर मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन की तबीयत खराब थी. इस बीच बुधवार को ही उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने मध्य प्रदेश के राज्यपाल के तौर पर अतिरिक्त कार्यभार संभाला है।







