पोहरी। प्रदेश की 24 विधानसभाओं में होने वाले उपचुनाव को लेकर दिनों दिन सरगर्मियों तेज होती जा रही हैं। ऐसे में जनप्रतिनिधि बनकर जनसेवा की चाहत रखने वाले युवा अपने मुद्दों को लेकर क्षेत्रों में पहुंच रहे हैं। इन्हीं 24 में से एक पोहरी विधानसभा है जहां पर भी उपचुनाव होने वाला है। कांग्रेस पार्टी से युवा धाकड़ प्रत्याशी के रूप में अपनी दावेदारी जता रहे इंजी. शिशुपाल वर्मा का अपना खुद का विकास का एजेंड़ा है जिसमें उन्होंने सबसे पहले शिक्षा, दूसरे नंबर पर स्वास्थ्य और फिर किसानों का मुद्दा रखा है। इसे लेकर वह बकायदा क्षेत्र में पहुंचकर लोगों से मिल रहे हैं। इंजी. वर्मा का मानना है कि पोहरी विधानसभा में करीब 80 प्रतिशत लोग खेती किसानी से जुड़े हुए हैं। इसलिए सबसे पहले लोगों का शिक्षित होना आवश्यक है। शिक्षा के द्वारा बेहतर और उन्नत खेती की जा सकी है, साथ ही रोजगार के अवसर भी खुलेंगे। इसके अलावा वह स्वास्थ्य पर जोर देते हैं। उनका मानना है कि यदि व्यक्ति स्वस्थ होगा तभी वह कुछ कर पाएगा। अच्छे स्वास्थ्य के बिना कोई काम ठीक से नहीं हो सकता। शिक्षा और स्वास्थ्य पर काम करने के अलावा वह किसानों की समस्याओं पर भी जोर दे रहे हैं। इंजी. वर्मा का मानना है कि आज किसान अपनी फसल बेचने के लिए 10-10 दिन तक भूखे प्यासे लाइन में लगे रहते हैं और फसल की कीमत के लिए सरकार से भीख सी मांगना पड़ रही है। इसलिए मेरा मानना है कि पूर्व की भांति मंडी व्यवस्था को सुदृढ किया जाए और वह फसलों के दाम निर्धारित किए जाएं जिससे किसानों को होने वाली परेशानी से निजात मिल सके। किसानों के खेतों पर रोड़ बनाने की भी योजनाएं होनी चाहिए।
व्यक्तिगतौर पर गिने-चुने लोगों की ही समस्या को दूर कर सकते हैं
इंजी. शिशुपाल वर्मा का कहना है कि उनके क्षेत्र की समस्याऐं उन्हें अपनी ओर खींचती हैं। उनका मानना है कि व्यक्तिगत तौर वह 100-50 लोगों की समस्याओं को ही दूर कर सकते हैं जो उनके मिलने वाले हो सकते हैं, लेकिन पूरे क्षेत्र की समस्याओं को दूर करने के लिए क्षेत्र में रहना जरूरी है। इसलिए मुझे मौका मिला तो मैं अपने रोडमैच के हिसाब से काम करूंगा। क्षेत्र के विकास मॉडल पर कार्य करूंगा।







