सूखा राशन देने के साथ-साथ कोरोना महामारी से बचाव हेतु मास्क का वितरण सोसल डिस्टेसिंग के साथ किया
शिवपुरी। स्वयं सेवी संस्था शक्तिशाली महिला संगठन शिवपुरी की आपदा प्रबंधन सूखा राशन राहत टीम बुधबार को शिवपुरी मुख्यालय से 85 किमी दूर छर्च सेक्टर के अति पिछड़ आदिवासी ग्राम खरवाया पहुंची यहा जरुरतमंद परिवारों को 15 दिन का सूखा राशन मुहैया कराया एवं सोसल डिस्टेसिंग के बारे में जागरुक किया एवं आदिवासी महिलाओं को स्वयं सहायता समूह की महिलाओं की तरफ से मास्क वितरित किये। अधिक जानकारी देते हुये संस्था के संयोजक रवि गोयल ने जानकारी देते हुय बताया कि संस्था द्वारा कोरोना महामारी से बचाव एवं आपदा प्रबंधन की टीम को पता चला कि पोहरी तहसील के छर्च सेक्टर के आदिवासी बाहुल्य पिछडे गा्रम खरवाया सूखा राशन की आवश्यकता 38 आदिवासी परिवारों को है इसी के तारतम्य में टीम ने खरवाया ग्राम में भ्रमण किया एवं पाया कि दिव्यांग महिलाओं को , बुजुर्ग महिलाओं को ,गर्भवती माताओं एवं विना राशन कार्ड धारी हितग्राहियों को वास्तव में सूखा राशन की आवश्यकता हैं ऐसेी परिवारों की सूची स्वये सहायता समूह की महिलाओ के द्वारा तैयार कर संस्था की टीम ने सोसल डिस्टेसिंग का पालन करने के लिए 2 गज की दूरी से गोल गोल गोले बनाये एवं जो अत्यधिक बुजुर्ग एवं दिव्यांग महिलाऐ थी उनको उनके घर पर ही जाकर सूखा राशन मुहैया कराया । जब ग्रामीणों से पूछा गया कि आपको और क्या है तो सबने मनरेगा के तहत रोजगाार चालू हो जाये तो बहुत मेहरवानी होगी इसके लिए संस्था की टीम ने इस बात को जिला प्रशासन तक पहुचाने की बात कही । इसके बाद ग्राम की स्वयं सहायता समूह की बैजयन्ती आदिवासी ने ग्रामीण महिलाओं को मास्क के बारे में एवं महामारी से बचाव के लिए ग्रामीण महिलाओं को जागरुक किया। सूखा राशन देने से पहले सभी माताओ के हाथ धुलाऐ गये एवं आजीविका मिशन के तहत संचालित समूहों के धारातल पर काम करने के लिए प्रेरित करने वाले समूह प्रेकर गगन पवार ने माताओ को जागरुक करते हुये बताया कि यह समय एक दुसरे के साथ मिलकर सहयोग करने का है जरुरत पड़ने पर हम एक दुसरे के काम आये और सरकार द्वारा जो भी योजनाऐ चलाई जा रही है उनका लाभ ग्रामीणों को मिले और खुद भी सुरक्षित रहे और दुसरों को भी सुरक्षित रखें । राशन लेने के बाद आदिवासी परिवार बहुत प्रसन्न हुआ और संस्था को धन्यवाद ज्ञापित किया इसके बाद संस्था के संयोजक रवि गोयल ने एक 80 वर्ष की बुजुर्ग दम्पति को 15 दिन का राश्न एवं आर्थिक सहायता प्रदान की क्योकि उनके बुजुर्ग पति की तबियत बहुत खराब रहती है। उन्होने बताया कि ऐसे परिवार जिनको हम राशन प्रदान करते हैंे उनको हमने आवश्वसत किया कि हमारी संस्था ने ये प्रण लिया है कि हम किसी भी जरुरत मंद की असली पहचान एवं फोटो कही सार्वजनिक नही करेगें । आदिवासी परिवारों को सूखा राशन की 38 किट वितरित की प्रत्येक किट में जो सामग्री दी हैं उसमें 5 किलो आटा, 2 किलो चावल, साबुन 2, विस्किट्स पैकेट 2 , तेल 1 लीटर, मसाले में धनिया मिर्ची, हल्दी 100 ग्राम एवं नमक 1 किलो , एवं तुअर दाल 1 किलो रखी गई है जो कि एक छोटे परिवार के लिए 15 दिन के लिए काफी है। इस नेक कार्य में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता खरवाया , सहायिका , बृजेश सेन सीएलएफ समूह प्रेरक ने राशन वितरण कराने मे सक्रिय सहयोग प्रदान किया जिससे कि टीम छर्च के खरवाया ग्राम में आसानी से राशन वितरित कर पाये।
शिवपुरी। स्वयं सेवी संस्था शक्तिशाली महिला संगठन शिवपुरी की आपदा प्रबंधन सूखा राशन राहत टीम बुधबार को शिवपुरी मुख्यालय से 85 किमी दूर छर्च सेक्टर के अति पिछड़ आदिवासी ग्राम खरवाया पहुंची यहा जरुरतमंद परिवारों को 15 दिन का सूखा राशन मुहैया कराया एवं सोसल डिस्टेसिंग के बारे में जागरुक किया एवं आदिवासी महिलाओं को स्वयं सहायता समूह की महिलाओं की तरफ से मास्क वितरित किये। अधिक जानकारी देते हुये संस्था के संयोजक रवि गोयल ने जानकारी देते हुय बताया कि संस्था द्वारा कोरोना महामारी से बचाव एवं आपदा प्रबंधन की टीम को पता चला कि पोहरी तहसील के छर्च सेक्टर के आदिवासी बाहुल्य पिछडे गा्रम खरवाया सूखा राशन की आवश्यकता 38 आदिवासी परिवारों को है इसी के तारतम्य में टीम ने खरवाया ग्राम में भ्रमण किया एवं पाया कि दिव्यांग महिलाओं को , बुजुर्ग महिलाओं को ,गर्भवती माताओं एवं विना राशन कार्ड धारी हितग्राहियों को वास्तव में सूखा राशन की आवश्यकता हैं ऐसेी परिवारों की सूची स्वये सहायता समूह की महिलाओ के द्वारा तैयार कर संस्था की टीम ने सोसल डिस्टेसिंग का पालन करने के लिए 2 गज की दूरी से गोल गोल गोले बनाये एवं जो अत्यधिक बुजुर्ग एवं दिव्यांग महिलाऐ थी उनको उनके घर पर ही जाकर सूखा राशन मुहैया कराया । जब ग्रामीणों से पूछा गया कि आपको और क्या है तो सबने मनरेगा के तहत रोजगाार चालू हो जाये तो बहुत मेहरवानी होगी इसके लिए संस्था की टीम ने इस बात को जिला प्रशासन तक पहुचाने की बात कही । इसके बाद ग्राम की स्वयं सहायता समूह की बैजयन्ती आदिवासी ने ग्रामीण महिलाओं को मास्क के बारे में एवं महामारी से बचाव के लिए ग्रामीण महिलाओं को जागरुक किया। सूखा राशन देने से पहले सभी माताओ के हाथ धुलाऐ गये एवं आजीविका मिशन के तहत संचालित समूहों के धारातल पर काम करने के लिए प्रेरित करने वाले समूह प्रेकर गगन पवार ने माताओ को जागरुक करते हुये बताया कि यह समय एक दुसरे के साथ मिलकर सहयोग करने का है जरुरत पड़ने पर हम एक दुसरे के काम आये और सरकार द्वारा जो भी योजनाऐ चलाई जा रही है उनका लाभ ग्रामीणों को मिले और खुद भी सुरक्षित रहे और दुसरों को भी सुरक्षित रखें । राशन लेने के बाद आदिवासी परिवार बहुत प्रसन्न हुआ और संस्था को धन्यवाद ज्ञापित किया इसके बाद संस्था के संयोजक रवि गोयल ने एक 80 वर्ष की बुजुर्ग दम्पति को 15 दिन का राश्न एवं आर्थिक सहायता प्रदान की क्योकि उनके बुजुर्ग पति की तबियत बहुत खराब रहती है। उन्होने बताया कि ऐसे परिवार जिनको हम राशन प्रदान करते हैंे उनको हमने आवश्वसत किया कि हमारी संस्था ने ये प्रण लिया है कि हम किसी भी जरुरत मंद की असली पहचान एवं फोटो कही सार्वजनिक नही करेगें । आदिवासी परिवारों को सूखा राशन की 38 किट वितरित की प्रत्येक किट में जो सामग्री दी हैं उसमें 5 किलो आटा, 2 किलो चावल, साबुन 2, विस्किट्स पैकेट 2 , तेल 1 लीटर, मसाले में धनिया मिर्ची, हल्दी 100 ग्राम एवं नमक 1 किलो , एवं तुअर दाल 1 किलो रखी गई है जो कि एक छोटे परिवार के लिए 15 दिन के लिए काफी है। इस नेक कार्य में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता खरवाया , सहायिका , बृजेश सेन सीएलएफ समूह प्रेरक ने राशन वितरण कराने मे सक्रिय सहयोग प्रदान किया जिससे कि टीम छर्च के खरवाया ग्राम में आसानी से राशन वितरित कर पाये।