24 घंटे में देहात थाना पुलिस ने सुझलाई अंधे कत्ल की गुत्थी
केदार सिंह गोलिया, शिवपुरी। कोटा-झांसी हाईवे के पास ग्राम सुजवाया के आम रास्ते पर पुलिया के किनारे 28 अप्रैल को मिले अज्ञात युवक के जले हुए शव की पहचान जवाहर कॉलोनी निवासी राहुल चौधरी (उम्र 25 वर्ष) के रूप में होने के बाद देहात थाना पुलिस ने इस अंधे कत्ल की गुत्थी मात्र 24 घंटे में सुलझा दी है। पुलिस अधीक्षक अमन सिंह राठौड़ के निर्देशन में कार्य करते हुए पुलिस ने हत्या में शामिल राहुल के ही दो दोस्तों रविंद्र उर्फ बिट्टू परिहार और योगेन्द्र उर्फ छोटू जोशी को गिरफ्तार किया है।
प्रेस वार्ता में पुलिस अधीक्षक राठौड़ ने जानकारी दी कि घटना के तुरंत बाद देहात थाना प्रभारी निरीक्षक रत्नेश सिंह के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई। टीम ने मौके पर पहुंचकर शव की पहचान, तकनीकी साक्ष्य और परिजनों की गवाही के आधार पर विवेचना प्रारंभ की। मृतक के भाई विकास चौधरी द्वारा संदेह जताए जाने पर दोनों आरोपियों की पतारसी कर 29 अप्रैल को थाने लाकर पूछताछ की गई। पूछताछ में रविंद्र परिहार ने कबूल किया कि मृतक राहुल उसकी मुंहबोली बहन के नजदीक आ गया था, जिससे वह नाराज़ था। बार-बार समझाने के बावजूद राहुल उसके रिश्ते को लेकर सार्वजनिक रूप से मज़ाक उड़ाता था। इसी अपमान का बदला लेने के लिए रविंद्र ने अपने साथी योगेन्द्र जोशी के साथ मिलकर हत्या की योजना बनाई। 27 अप्रैल की शाम राहुल को पार्टी के बहाने बुलाया गया और कार में बैठाकर शहर में घुमाया गया। फिर सतनवाड़ा क्षेत्र में स्थित पावर हाउस मैदान ले जाकर चार बीयर कैन पिलाई गई। नशे में धुत राहुल पर दोनों ने चाकू से हमला किया और फिर पत्थर से सिर कुचलकर उसकी हत्या कर दी। शव को कार की पीछे की सीट पर रखकर पेट्रोल पंप से दो लीटर पेट्रोल खरीदा गया और ग्राम सुजवाया के पास सुनसान स्थान पर शव को जलाकर पहचान मिटाने की कोशिश की गई। हत्या के बाद आरोपी शहर लौटे, खून से सने कपड़े जलाए और नए कपड़े पहनकर शादी समारोह में शामिल हुए ताकि खुद को घटना से अलग साबित कर सकें। हत्या में प्रयुक्त कार, चाकू, मृतक का टूटा मोबाइल, कपड़ों की राख आदि साक्ष्य आरोपियों की निशानदेही पर जब्त किए गए हैं। पुलिस अधीक्षक अमन सिंह राठौड़ ने प्रेस वार्ता में पूरी टीम की तत्परता और कर्तव्यनिष्ठा की सराहना की।
केस के सफल खुलासे में इनकी रही महत्वपूर्ण भूमिका
इस केस के सफल खुलासे में देहात थाना पुलिस के साथ एसडीओपी संजय चतुर्वेदी, प्रभारी साइबर सेल उप निरीक्षक धर्मेन्द्र जाट एवं उनकी टीम, निरीक्षक रत्नेश सिंह, उप निरीक्षक जेबी सिंह वैश, उप निरीक्षक प्रियंका शुक्ला, सहायक उप निरीक्षक विनोद सिंह गुर्जर, आरक्षक दीपचंद्र, आरक्षक विनय कुमार सिंह, आरक्षक भगवत प्रसाद, आरक्षक देवेन्द्र सेन, आरक्षक सुनील भार्गव, आरक्षक मोहन सिंह चौहान, आरक्षक सुरेन्द्र दुबे, आरक्षक राजेन्द्र शर्मा, आरक्षक बदन सिंह, आरक्षक दिनेश सिंह, आरक्षक सचेन्द्र शर्मा, आरक्षक शकील खान, आरक्षक पुष्पेन्द्र रावत, आरक्षक राघवेन्द्र रावत, आरक्षक मिथुन कुशवाह, आरक्षक ऋषभ करारे, आरक्षक रणवीर शर्मा, आरक्षक मनोज गौड़, आरक्षक नारायण शर्मा, आरक्षक राघवेन्द्र, महिला आरक्षक गायत्री मुद्गल, महिला आरक्षक शिल्पी गुप्ता की मुख्य भूमिका रही।